वह अजनबी था अजनबी जो दिल को मेरे ले गया-Hindi songs

वह अजनबी था अजनबी जो दिल को मेरे ले गया
तुम कहां थी ए सखी वह चोर चोरी कर गया
उसे ढूंढती मेरी निगाहें कैसा वो जादू कर गया
उसके बिना ना चैन मुझको जीना मुश्किल हो गया
करके चोरी दिल का मेरे एक पल में ही तो खो गया
मेरे पास उसका जो होता पता लेती खबर और होती खफा, कहती मैं उससे तुमने क्या कर दिया
मेरे दिल को चुरा कर मुझको पागल किया
ये अजनबी तुम मेरी राहों में आएगा
मेरी जिंदगी में बहार आएगा
फिर कमी ना हो कुछ भी मेरी जिंदगी में
तुम्हारे खातिर लुटा दूं यह जिंदगी
चाहे कोई मौसम बहार आए
दिल के मंदिर में तुमको बिठाकर सनम तुम्हारी पूजा करूं, मेरी आंखों की चाहत तुम्हें देखना
मिले तुम जो फिर क्या पूछना
चारों तरफ बजे शहनाइयां, मौसम भी लगा फिर अंगड़ाइयां
समझो कि दिल में नए-नए गुल खिल गए
मोहब्बत की राहों में मुश्किलें हैं बड़े
मोहब्बत के आगे हर मुश्किलें पीछे पड़े
ना जाने पहचाने अनजाने हो
चाहे कुछ भी मेरे तुम दीवाने हो
और नया पुराने