नमस्ते दोस्तों,मेरा नाम मनोज कुमार है मै आप सभी पाठक के मनोंरजन हेतु
शायरी अपनी वेबसाइट पर संगृहीत करता हू हमारा उद्देश्य सिर्फ आपका मनोरंजन
है किसी के दिल को, किसी भी प्रकार ठेस पहुंचना बिल्कुल भी नहीं है
तिरछी नजर से मार-मार के घायल कर गयी लगता नहीं कही दिल मेरा पागल कर गयी नींद चैन मेरा सब ले लिया प्यार ही प्यार में दर्द कैसा दे दिया बिन देखे करार न आये ऐसा क्या कर दिया मैं भी कुछ भी सोचा न समझा प्यार कर लिया अपना बनाया तुझको ये दिल दे दिया दिल था अभी अकेला कोई मुझे मिल गया तुम जो आये ज़िंदगी में मेरा प्यार खिल गया सुंदर-सुंदर प्यारा-प्यारा दिल की गलिया यारा अपना बना के दिल में बसा के मुझको पागल कर डाला तिरछी नजर से मार-मार के घायल कर गयी लगता नहीं कही दिल मेरा पागल कर गयी बस में नहीं हूँ खुद मैं कैसा जादू कर दिया न जिया जा रहा है न मौत आ रही है बेकाबू कर दिया आये जो करीब जल जाये खुद ही ख़ुशी के दिप किसी दीवानी से किसी पगली से प्यार मैंने किया मैं बचता रहा दिल उसने ले लिया तिरछी नजर से मार-मार के घायल कर गयी लगता नहीं कही दिल मेरा पागल कर गयी