देवर भाभी का रिश्ता बड़ा ही अनोखा हंसी मजाक वाला होता है अगर साथ में शेरो शायरी की पंक्तियां जुड़ जाए तो इस रिश्ते में और भी चार चांद लग जाता हैं। ये रही Devar bhabhi ki shayari पढ़ना जारी रखें। देवर भाभी शायरी 1. देवर भाभी की नोंक झोंक देवर जी एक काम कर दो मेरे सर का बोझ थोड़ा कम कर दो ढूंढ लो एक अच्छी सी दुल्हनिया, और अपनी तरफ से घर में एक शैतान भर दो। मुझे इतना न घुमाओ मेरी प्यारी भाभी जी मुझे पसंद आपकी बहन है क्या वो करती है इतना शैतानी भाभी जी। 2. हंसी मजाक का प्यारा रिश्ता हर गली में ताक झांक प्यारे देवर जी कब तक फिरोगे यू आवारा, सच बोलो कब तक चलेगा यह तन्हा अकेले स्टेटस कुंवारा। 3. अंदाज ए बयां देवर भाभी नशा उतर जाएगा हुक्म चलाने का, भाभी ए, भाभी वो, हर वक्त चाय-चाय चिल्लाने का, जब आ जाएगी दुल्हनिया, हाल खस्ता हो जाएगा रोब जमाने का। 4. प्यार और तकरार का रिश्ता हम लड़ने का हक सिर्फ उन्हें देते हैं जिससे बेहिसाब प्यार करते हैं यह नोक झोंक बताती है एक दूसरे पर कितना ऐतबार करते हैं।
मैं तुम्हारे काबिल नहीं था जाने क्या तुम सोच कर मुझको अपनाए मैं भिखारी था सनम इस दिल के सिवा तुम कुछ भी ना पाए, मन की सुंदर, तन की सुंदर, नजर में ना समाए, उस रब को करू सलाम हम तुमको पाए तुम्हारा प्यार यह तुम्हारी मर्जी जीना सिखाए बस जिंदगी भर यूं ही रहना अपनाए तुम्हारा यह दीवाना होता जाए तुम्हारे सिवा कुछ भी ना चाहे करूं मैं क्या दूं मैं क्या समझ कुछ भी ना आए ऐसे में क्या क्या करूं खुद ही बतलाएं मन बहका-बहका जाए खुशी है दिल के अंदर हलचल मचाए मै तुम्हारे काबिल नहीं था जाने क्या तुम सोच कर मुझको अपनाए मैं भिखारी था सनम इस दिल के सिवा तुम कुछ भी ना पाए खड़ी हो छुप-छुप क्यों गुमसुम क्यों कुछ तो बोलिए दिल का चैन दिल का करार सब ले लिए बेचैनी बढ़ती जा रही है तुम्हारे बिन कैसे जिए कसम से ये सनम दिल ले लिए तो क्या हुआ चाहे तो जान भी लेले रह सकूंगा ना दूर आपके बिन अकेले तुम आए जिंदगी में जल गए बुझे दिल के लिए