Hindi shayari / Love shayari / Shero shayari
अपनी मुकद्दर बदलेगी इन ख्वाबों खयालों में जी रहे हैं मेहनत लगन ईमानदारी से सफलता पाने की तैयारी कर रहे हैं धीरे-धीरे अपनी तन्हा जिंदगी में खुशियों का आगाज हो रहा है
जबसे निगाहें मिली है इश्क की गहराइयों में गोते लगा रहा हूं बस किसी तरह अपनी चाहतों का इजहार हो जाए ख्वाब सजा रहा हूं
तुमको धीर-धीरे हर बात समझ में आएगी क्यों बढ़ रही है मुलाकाते जज्बात समझ में आएगी खो जाएंगे एक दूजे में जब इन सच्ची मुस्कानों की पहचान समझ में आएगी
तुम्हें भी मोहब्बत है तो इंकार कैसा है करीब आने नहीं देती हो दूर जाने नहीं देती हो ए प्यार कैसा है जिंदगी कशमकश में फंसी है ए तुम्हारा व्यवहार कैसा है